भारत सरकार ने किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) वर्ष 2025 में और भी बेहतर सुविधाओं के साथ आ रही है। यह योजना किसानों को फसल नुकसान की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करती है ताकि वे फिर से फसली कार्य व्यवसाय शुरू कर सकें। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं योजना से जुड़ी सभी जानकारी को सुव्यवस्थित भाषा में।
यह एक सरकारी योजना है जो किसानों के नुकसान पर उनकी फसल की बीमा कवर प्रदान करती है। इस योजना के तहत प्राकृतिक आपदाओं, कीट प्रकोप, सूखा, बाढ़ आदि के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई सरकार करती है। किसान बहुत ही कम प्रीमियम देकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
1. डिजिटल क्लेम प्रोसेसिंग: अब किसानों को मुआवजे के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा। सैटेलाइट, ड्रोन और मोबाइल ऐप की सहायता से नुकसान का आकलन जल्दी होगा।
2. रजिस्ट्रेशन मोबाइल ऐप से: किसान सीधे मोबाइल ऐप या वेबसाइट से आवेदन पेश कर सकते हैं।
3. पारदर्शी भुगतान प्रणाली: भुगतान सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजा जाएगा।
4. क्लेम ट्रैकिंग सुविधा: अब किसान बीमा स्टेटस को ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
5. बीमा का पैसा तेजी से मिलने की व्यवस्था
प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा
कम प्रीमियम पर ज्यादा बीमा
मोबाइल और ऑनलाइन से आवेदन करने की सुविधा
सीधे बैंक खाते में राशि भुगतान
खरीफ, रबी और हर साल लगती फसलों का कवरेज
भारत का कोई भी किसान, चाहे वह जमीन का मालिक हो या किराए पर खेती करता हो।
वह किसान जिन्होंने किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से कृषि ऋण प्राप्त किया हो।
इच्छुक गैर-ऋणी किसान भी योजना में स्वयं हिस्सा ले सकते हैं।
अगर आप खेती से जुड़ी योजनाओं के साथ-साथ हर महीने अतिरिक्त कमाई करना चाहते हैं, तो Kissan Growth Farmer App के बारे में जरूर पढ़ें। यह ऐप किसानों को खेती में मुनाफा बढ़ाने और रेफर करके कमाई करने का बेहतरीन मौका देता है।
फसल का प्रकार: खरीफ फसल
किसान द्वारा वहन किया गया प्रीमियम: 2%
फसल का प्रकार: रबी फसल
किसान द्वारा वहन किया गया प्रीमियम: 1.50%
फसल का प्रकार: वार्षिक/व्यावसायिक फसल
किसान द्वारा वहन किया गया प्रीमियम: 5%
1. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: https://pmfby.gov.in या मोबाइल ऐप के माध्यम से।
2. दस्तावेज़:
आधार कार्ड
जमीन के कागज़
बैंक खाता विवरण
पासपोर्ट साइज फोटो
3. बैंक या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से आवेदन भी संभव है।
1. नुकसान के 72 घंटे के भीतर सूचना दें।
2. पटवारी/ग्राम सेवक के माध्यम से नुकसान का सर्वे किया जाएगा।
3. क्लेम स्वीकृति के बाद राशि सीधे बैंक खाते में आ जाएगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 किसानों का रक्षा कवच है। यह योजना प्राकृतिक आपदाओं से होने वाला नुकसान की कर प्रतिपूर्ति करती है, जिससे किसान आर्थिक संकट से बचते हैं। यदि आप एक किसान हैं तो इस योजना में समय पर रजिस्ट्रेशन कर प्रतिफल जरूर उठाएं।
यदि आप रासायनिक खेती से हटकर सुरक्षित और लाभदायक जैविक खेती अपनाने की सोच रहे हैं, तो यह मार्गदर्शिका आपके लिए बेहद मददगार होगी। इसमें जैविक खाद, कीटनाशक और प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी गई है।
Kisan को 72 घंटों के भीतर फसल हानि की जानकारी स्थानीय कृषि अधिकारी को बतानी होगी। सर्वेक्षण और प्रमाणीकरण के बाद बीमा राशि सीधे उनके बैंक खाते में जमा होती है।
अगर सब दस्तावेज़ और रिपोर्ट सही होंगे तो लगभग 15 से 30 दिन में बीमा राशि मिल जाएगी।
भूमि मालिक, बंटाईदार और गैर-ऋणी किसान सभी पात्र हैं।
किसान https://pmfby.gov.in वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाकर आवेदन की स्थिति चेक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भारत में सबसे महत्वपूर्ण फसल बीमा योजना है।
फसल कटाई के तुरंत बाद ही नुकसान की रिपोर्ट देने पर क्लेम की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। बीमा राशि 30 दिनों में दी जाती है।
खरीफ फसलों के लिए जून-जुलाई में और रबी फसलों के लिए नवंबर-दिसंबर में बीमा योजना लागू होती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, और किसान क्रेडिट कार्ड योजना महत्वपूर्ण हैं।
यह योजना किसानों को ट्रैक्टर खरीदने के लिए सब्सिडी देती है। अलग योजना है परंतु खेती में मददगार होती है।
किसानों को खरीफ फसल के लिए 2%, रबी के लिए 1.5% और वार्षिक फसल के लिए 5% प्रीमियम देना होता है।
मौसम आधारित बीमा
उपज आधारित बीमा
क्षेत्र आधारित बीमा
खरीफ फसलों के लिए किसान सिर्फ 2% प्रीमियम देते हैं, बाकी राशि सरकार देती है।