
आज किसान सबसे ज्यादा जिस समस्या से जूझ रहा है, वह है महंगे hybrid seed और हर साल नया बीज खरीदने की मजबूरी। जबकि पहले हमारे बुजुर्ग किसान अपने खेत का देसी बीज खुद तैयार करते थे, जो आज के समय में organic seeds for vegetables और organic seeds for eating के रूप में दुबारा सबसे ज्यादा demand में है।
देसी बीज:
✅ सस्ता होता था
✅ बार-बार इस्तेमाल होता था
✅ मौसम के अनुसार ढल चुका होता था
✅ बीमारियों से मजबूत होता था
आज फिर से वक्त आ गया है कि किसान Desi Beej (Traditional Seeds) को अपनाए और good quality organic seeds India में खुद तैयार करे।
देसी बीज वह बीज होता है जो:
✅ किसी विशेष क्षेत्र में कई पीढ़ियों से लगाया गया हो
✅ बिना chemical treatment के तैयार हुआ हो
✅ जिसे अगली फसल में दोबारा इस्तेमाल किया जा सके
✅ मौसम, मिट्टी और पानी के अनुसार खुद को ढाल चुका हो
👉 Hybrid बीज को दोबारा बोने पर पैदावार कमजोर हो जाती है,
👉 लेकिन Desi Beej हर साल और मजबूत बनता है।
✅ बीज को हर साल खरीदने की जरूरत नहीं
✅ Low cost में high production
✅ ज्यादा स्वाद और पोषण (organic seeds for eating)
✅ बीमारियां कम लगती हैं
✅ सूखा और बारिश दोनों सहन करता है
✅ Organic Farming के लिए सबसे best
✅ किसान की आज़ादी बढ़ती है
बीज के लिए वही फसल चुनें:
✅ जो सबसे ज्यादा healthy हो
✅ जिसमें कोई रोग न हो
✅ जिसके पौधे सीधे और मजबूत हों
✅ जिसमें फल या दाना पूरी तरह पका हो
❌ कभी भी कमजोर पौधे से बीज न लें।
अगर आप good quality organic seeds India बनाना चाहते हैं:
✅ बीज के लिए अलग क्यारी रखें
✅ उसमें chemical spray बिल्कुल न करें
✅ गोबर खाद, नीम खाद, जीवामृत का उपयोग करें
✅ टमाटर, मिर्च, बैंगन – पूरा लाल होने दें
✅ गेहूं, धान – पूरी तरह सूखने दें
✅ भिंडी, धनिया – पौधे पर ही सूखने दें
👉 अधपका फल से लिया गया बीज कमजोर होता है।
✅ पका हुआ फल तोड़ें
✅ अंदर से बीज निकालें
✅ पानी से धो लें
✅ 3–4 दिन छाया में सुखाएं
✅ अच्छे दाने अलग करें
✅ धूप में सुखाएं
✅ हाथ से कचरा साफ करें
बीज को सुरक्षित रखने के लिए:
✅ नीम पत्ती पाउडर
✅ गाय के गोबर की राख (Cow Dung Ash)
✅ हल्दी पाउडर
✅ गोमूत्र स्प्रे
इनमें किसी एक में बीज मिलाकर सुखा लें।
✅ मिट्टी के बर्तन
✅ टीन का डिब्बा
✅ कांच की शीशी
✅ सूखा और अंधेरा स्थान
❌ नमी से बचाएं
❌ सीधी धूप से दूर रखें
✅ हर डिब्बे पर फसल का नाम और साल जरूर लिखें
✅ गेहूं
✅ धान
✅ चना
✅ मटर
✅ टमाटर
✅ मिर्च
✅ बैंगन
✅ भिंडी (Okra)
✅ धनिया
✅ पालक
❌ अधपका बीज निकाल लेना
❌ बिना सुखाए स्टोर करना
❌ Chemical से treatment
❌ ज्यादा नमी वाले कमरे में रखना
देसी बीज
Hybrid बीज
खुद बनता है
हर साल खरीदना पड़ता है
बार-बार उपयोग
Reuse नहीं होता
कम खर्च
बहुत महंगा
Organic friendly
Chemical dependent
स्वाद अच्छा
स्वाद कम
खर्च
Hybrid
Desi
बीज का खर्च
₹4000–₹8000
₹500–₹1000
दवा खर्च
ज्यादा
बहुत कम
उत्पादन
Medium
Stable
मुनाफा
कम
ज्यादा
👉 किसान 20–40% ज्यादा बचत करता है।
देसी बीज:
✅ बिना chemical के भी अच्छे परिणाम देता है
✅ जीवामृत और घनजीवामृत से अच्छी फसल देता है
✅ मिट्टी की ताकत बढ़ाता है
✅ Earthworm बढ़ाता है
यही कारण है कि 100% organic खेती देसी बीज से ही सफल होती है।
KissanGrowth प्लेटफॉर्म पर किसान:
✅ अपने देसी बीज दूसरे किसानों को बेच सकते हैं
✅ Local seed market बना सकते हैं
✅ Organic brand start कर सकते हैं
✅ Traditional farming को revive कर सकते हैं
👉 देसी बीज सिर्फ खेती का साधन नहीं है,
👉 यह किसान की आज़ादी, कम लागत और ज्यादा मुनाफे की चाबी है।
अगर हर किसान:
✅ अपना बीज खुद बनाए
✅ उसे सही तरीके से बचाए
✅ और दूसरे किसानों को भी दे
तो भारत फिर से बीज आत्मनिर्भर देश बन सकता है 🇮🇳🌾
✅ देसी बीज हर साल फिर से बोया जा सकता है, जबकि Hybrid बीज दोबारा उपयोग के योग्य नहीं होता।
देसी बीज organic seeds for vegetables और खाने योग्य फसलों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है।
✅ हाँ, देसी बीज से पैदावार स्थिर, स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जबकि Hybrid बीज से कभी ज्यादा, कभी कम पैदावार होती है।
✅ हाँ, घर पर organic seeds for vegetables इस प्रकार बनाए जा सकते हैं:
टमाटर, मिर्च, भिंडी जैसे पूरी तरह पके फल लें
बीज निकालकर धो लें
3–4 दिन छाया में सुखाएं
नीम पाउडर या राख से सुरक्षित करें
यही सही प्रक्रिया है organic seeds for vegetables बनाने की।
✅ good quality organic seeds India की पहचान इस प्रकार होती है:
बीज रोग मुक्त होते हैं
पूरी तरह पके होते हैं
बिना chemical treatment के होते हैं
अगली फसल में अच्छे परिणाम देते हैं
✅ हाँ, देसी बीज से उगी फसल पूरी तरह organic seeds for eating मानी जाती है, जो:
100% chemical-free होती है
ज्यादा स्वादिष्ट होती है
लंबे समय तक सेहत के लिए सुरक्षित रहती है
✅ सही तरीके से स्टोर करने पर:
सब्जियों के बीज: 1–2 साल
अनाज के बीज: 3–5 साल तक सुरक्षित रहते हैं
✅ देसी बीज खराब होने के मुख्य कारण:
अधपका बीज निकाल लेना
सही से सुखाए बिना स्टोर करना
ज्यादा नमी में रखना
Chemical treatment करना
✅ सबसे आसानी से बनने वाले organic seeds for vegetables:
टमाटर
मिर्च
भिंडी (Okra)
बैंगन
धनिया (Coriander)
पालक
✅ हाँ, देसी बीज:
गोबर खाद
जीवामृत
घनजीवामृत
नीम खाद
से बहुत अच्छी और healthy फसल देता है।
✅ हाँ, किसान अपने good quality organic seeds India के रूप में:
Local मंडियों में
Farmers groups में
Agriculture apps पर
Direct farmers को
आसानी से बेच सकते हैं।
✅ देसी बीज स्टोर करने के सबसे सुरक्षित तरीके:
मिट्टी के बर्तन
टीन का डिब्बा
कांच की शीशी
सूखी और अंधेरी जगह
❌ नहीं, Hybrid बीज:
Chemical dependent होता है
Natural नहीं होता
Long-term health के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता
इसलिए इसे organic seeds for eating नहीं कहा जा सकता।